
दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
उत्तराखंड में दो शादीशुदा महिलाओं का प्रेमियों के साथ भगाने का मामला इन दिनों सुर्खियों हैं. बताया जा रहा है कि दोनों महिलाएं अपने बच्चों को साथ लेकर गई है. हालांकि पुलिस ने दोनों महिलाओं को ढूढ़ लिया है, लेकिन दोनों महिलाएं अपने-अपने प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी हुई थी.पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये पूरा मामला उत्तराखंड के हरिद्वार के ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र का है. दोनों महिलाएं एक ही मोहल्ले में रहती है. बीते हफ्ते दोनों महिलाएं अपने बच्चों के साथ अचानक से लापता हो गई थी. परिजनों ने दोनों को काफी तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला. वहीं संदिग्ध परिस्थितियों में दोनों महिलाओं के बच्चों समेत लापता होने की खबर से इलाके में भी तरह की चर्चाएं हो रही थी. आखिर में दोनों महिलाओं के परिजन थाने पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी.दोनों महिलाएं एक ही मोहल्ले में रहती थीं और बीते सप्ताह अपने बच्चों के साथ अचानक लापता हो गईं। काफी तलाश के बावजूद जब महिलाओं का कोई सुराग नहीं मिला, तो उनके परिजनों ने ज्वालापुर थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई।पुलिस जांच में यह सामने आया कि दोनों महिलाएं मोहल्ले में ही रहने वाले दो युवकों के साथ दिल्ली चली गई थीं। स्थानीय लोगों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि युवकों ने महिलाओं को बहला-फुसलाकर भगाया है। हैरानी की बात यह थी कि एक युवक दिव्यांग है और चल-फिर भी नहीं सकता पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक टीम को दिल्ली भेजा। टीम ने दोनों महिलाओं को उनके प्रेमियों के साथ खोज निकाला और बच्चों समेत हरिद्वार वापस लेकर आई। थाने में पूछताछ के दौरान दोनों महिलाओं ने साफ कह दिया कि वे अपने पतियों के पास नहीं लौटना चाहतीं और प्रेमियों के साथ ही रहना चाहती हैं। साथ ही बच्चों को भी साथ रखने की जिद पर अड़ी रहीं।ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि महिलाओं की काउंसलिंग की गई, जिसमें उन्हें समझाया गया कि जिन युवकों के साथ वे रहना चाहती हैं, उनमें से एक पूरी तरह से दिव्यांग है और अपने परिजनों पर निर्भर है, जबकि दूसरा युवक बेरोजगार है। ऐसे में उनके और बच्चों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो गए।