
बाजपुर। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के विरोध में उतरे खनन कारोबारियों ने मोर्चा खोल दिया है और रावत के बयानों को पूरी तरह झूठा व भ्रम फैलाने वाला बताते हुए मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी की खनन नीति को सराहा गया है। दावा किया गया है कि यदि अवैध खनन होता तो राजस्व कम होना चाहिए था, लेकिन यहां तो राजस्व बढ़ा है।
सोमवार को खनन कारोबार से जुड़े ट्रांसपोर्टर व खनन व्यवसायी ग्राम इटव्वा के चौराहे पर एकत्र हुए और यहां पर प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला फूंका गया। उनका कहना था कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत की ओर से लोकसभा में ऊधम सिंह नगर सहित प्रदेश के चार जनपदों में बड़े पैमाने पर अवैध खनन होने के उठाए गए मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने का काम कर रहा है, वहीं खनन कारोबारियों द्वारा त्रिवेंद्र रावत के बयान को गलत बताते हुए कहा गया है कि ऊधम सिंह नगर में अवैध खनन पर धामी सरकार द्वारा सख्ती से कार्य किया जा रहा है तथा गत वर्षों के मुकाबले धामी सरकार की खनन नीति के कारण राजस्व भी कई गुना अधिक प्राप्त हो रहा है।
दावा किया गया है कि इस समय की व्यवस्था के कारण खनन की चोरी लगभग समाप्त हो गई है और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन को गलत जानकारी दी है। वहीं खनन व्यवसायियों ने यह भी कहा कि इस व्यवसाय से जनपद के हजारों ट्रांसपोर्टर अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं और लोगों को कम दामों पर खनन सामग्री भी मिल जा रही है। कोसी नदी में बंजारी गेट पर पांच कांटे लगे हुए हैं, जो नियमानुसार रायल्टी के उपरांत ही माल उठाने दे रहे हैं। इस मौके पर हरकेश सिंह, गुरदेव सिंह, जसविंदर सिंह सन्नी आदि मौजूद रहे।