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दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
केदारनाथ धाम से लौट रहे श्रद्धालुओं के काफिले की सांस उसे समय थम गई जब अचानक भूस्खलन से रास्ता बंद हो गया और 40 से अधिक श्रदालुओं की जाने पहाड़ी से गिर रही मलबे और गिरते पत्थरों के बीच लैंडस्लाइड में फस गई ऊपर से भारी पत्थरों का गिरना और नीचे खाई का डर हर तरफ चीखें और मौत का साया हादसे की खबर मिलते ही एसडीआरएफ (sdrf)की टीम ने मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन शुरू किया अंधेरे और खराब मौसम के बीच देवदूत बनकर जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सभी को खतरे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया यह वह पल थे जब हर कोई दुआ मांग रहा था थोड़ी सी भी देर होती तो तस्वीर कुछ अलग होती ये देखकर लगता है कि हिमालय की गोद में आस्था के साथ हमेशा आपदा का खतरा भी छुपा होता है।