
कुमाऊं क्षेत्र में डेंगू मच्छर ने अप्रैल में ही दस्तक दे दी है, जो आमतौर पर बरसात के बाद सक्रिय होता है। हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में डेंगू का पहला मामला सामने आया है। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने डेंगू मरीजों के इलाज की तैयारियां तेज कर दी हैं।बाजपुर निवासी 65 वर्षीय एक मरीज को तीन-चार दिन पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था। जांच में डेंगू पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनका इलाज मेडिसिन विभाग में चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि मरीज हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव भी है और उसे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हैं। उन्होंने कहा, “डेंगू मच्छर को इस समय अनुकूल मौसम मिल रहा है। हमने एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए हैं।”अस्पताल ने डेंगू मरीजों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। मेडिसिन विभाग में 20 और पीडियाट्रिक विभाग में 20 वार्ड रिजर्व किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर आईसीयू में 10 बेड भी उपलब्ध हैं। दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया गया है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कांडपाल ने बताया कि पिछले साल जिले में 834 डेंगू केस सामने आए थे, लेकिन कोई मौत नहीं हुई थी।डेंगू के शुरुआती मामले ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है। लोगों से अपील की गई है कि वे घरों के आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छरों से बचाव के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनें। स्वास्थ्य विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है और प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है।